राम बोले सुनो मेरे भाई
आना होगा कई बार वन में,
कैसे मारेंगे कलियुग का रावन
वो छुपा होगा हर एक मन में
सभी इष्ट मित्रों एवं शुभचिंतकों को
विजय दशमी की
हार्दिक शुभकामनायें......
- ज्ञानचंद मर्मज्ञ