जो किसानों की बर्बादियों पर ,
सौ सौ आँसू बहाते मिलेंगे !
वो ही बेबस गरीबों के हक़ पर,
अपने सपने सजाते मिलेंगे !
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ
सौ सौ आँसू बहाते मिलेंगे !
वो ही बेबस गरीबों के हक़ पर,
अपने सपने सजाते मिलेंगे !
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ
- ज्ञान चंद मर्मज्ञ
1 टिप्पणी:
बहुत खूब ,
हिन्दी ब्लॉगिंग में आपका लेखन अपने चिन्ह छोड़ने में कामयाब है , आप लिख रही हैं क्योंकि आपके पास भावनाएं और मजबूत अभिव्यक्ति है , इस आत्म अभिव्यक्ति से जो संतुष्टि मिलेगी वह सैकड़ों तालियों से अधिक होगी !
मानती हैं न ?
मंगलकामनाएं आपको !
#हिन्दी_ब्लॉगिंग
एक टिप्पणी भेजें